UPSC Success story : खूबसूरती में एक्ट्रेस को भी मात देती हैं ये महिला IAS , इस कारण रहती है सुर्खियों में
Success story : ब्यूटी विद ब्रेन के मामले में कई महिला अफसर फेमस हैं, लेकिन हम जिस महिला आइएएस अफसर के बारे में बात कर रहे हैं वे ब्यूटी के साथ-साथ तेज तर्रार दिमाग के मामले में कई कदम आगे हैं। ये अपनी खूबसूरती से हर बड़ी एक्ट्रेस को मात देती (IAS success story in hindi) हैं। वैसे इनके दिमाग का भी लोग लोहा मानते हैं, जिससे यह लोगों के बीच सुर्खियों में बनी रहती हैं। आइए जानते हैं इनकी सफलता ही कहानी के बारे में।
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My job alarm - (IAS success story) कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। ये आईएएस अधिकारी प्रेरणा सिंह (IAS officer Prerna Singh) की कहानी से साफ पता चलता है। उन्होंने अपनी लाइफ में एक प्रोफेशन को छोड़कर दूसरे को चुना और उसमें अपने नाम को इतना बड़ा बना लिया की आज वे सिविल सेवा (UPSC success story) की तैयारी कर रहे विद्यार्थी की प्रेरणा बन चुकी हैं। इसके साथ ही वे तेज तर्रार दिमाग व सुंदरता के लिए भी सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहती हैं।
ऐसे आया प्रेरणा सिंह को सिविल सर्विस में जाने का ख्याल-
प्रेरणा सिंह ने अपनी मेहनत और लगन से सिविल सेवा की ऊंचाइयों को छुआ।आईएएस अधिकारी प्रेरणा(IAS prerna ki success story) 32 साल की हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में प्राप्त की। हालांकि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्हें सिविल सेवा में जाने का विचार आया। उन्होंने अपनी मेहनत(IAS ki safalta ki story) और दृढ़ संकल्प से UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पास किया और 2017 बैच में आईएएस अधिकारी बनीं। इस दौरान उन्होंने न केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि अपनी तैयारी के तरीके को भी बेहतर किया। अब वह उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा एथॉरिटी में एसीईओ(UPSC ki safalta ki kahani) की पोस्ट पर स्थित हैं, जो पहले इटावा में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर और मुरादाबाद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रह चुकी हैं।
बेसिक ज्ञान पर किया फोकस -
प्रेरणा सिंह का मानना है कि सिविल सेवा की तैयारी के लिए मजबूत बेसिक ज्ञान होना बेहद जरूरी है। इसके लिए उन्होंने कक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ने(UPSC ki tyari kaise kre) पर जोर दिया। उनकी राय में, इन किताबों से आपको हर विषय की बुनियादी जानकारी मिलती है, जो आगे चलकर कठिन विषयों (UPSC ka syllabus)को समझने में मदद करती है। इसके बाद, उन्हें लगता है कि उम्मीदवारों को अपने सिलेबस के अनुसार गहराई से अध्ययन करना चाहिए ताकि हर पहलु पर पकड़ बनाई जा सके।
ऐसे क्रैक किया था एग्जाम-
वह रिवीजन के महत्व को भी अच्छे से समझती हैं। उनका कहना है कि किताबों से छोटे-छोटे नोट्स बनाना चाहिए, ताकि कम समय में सिलेबस का पूरा रिवीजन (UPSC ki taiyari kaha se kre) किया जा सके। इस प्रक्रिया से एक बार पढ़ी हुई चीज़ें दोबारा आसानी से याद हो जाती हैं। प्रेरणा सिंह की यह रणनीति उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा(prerna success story in hindi) का स्रोत बन सकती है, जो आईएएस जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता पाना चाहते हैं।