Home Loan Tips: होम लोन वाले जरूर अपनाएं ये ट्रिक, 10 साल से भी कम में निपट जाएगा 50 लाख का लोन
Home Loan Repayment Tips:अधिकतर लोगों को अपना घर बनाने का सपना पुरा करने के लिए होम लोन लेने की जरूरत पड जाती हैं। अगर आप भी हाल ही में लोन लेने का प्लान बना रहे हो या फिर आप लोन ले चुके हैं तो यह खबर आपको जरूर पढनी चाहिए। दरअसल, अक्सर (Home Loan Repayment) कईं लोग लोन लेकर किस्तों में सालों तक उलझने से बेहतर पहले ही लोन का भुगतान कर देना चाहते हैं। इसी के चलते हम आपको समय से पहले लोन भुगतान के बेहतर तरीके बताने जा रहे हैं..
My job alarm - (Home Loan Tips) हाल ही में मिले आंकडों के अनुसार खुदरा महंगाई दर का बढ़कर फिर से 14 महीने के हाई लेवल पर पहुंच गई है भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछली दस एमपीसी से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर ही स्थिर रखा हुआ है। ऐसे में होम लोन सस्ता होने का इंतजार कर रहे लोगों को झटका लगा है। एसबीआई की तरफ से पहले ही यह इशारा कर दिया गया है (home loan interest rate) दिसंबर के पहले हफ्ते में होने वाली एमपीसी में ब्याज दर कम होने की उम्मीद न के बराबर ही है। इस बार एमपीसी की मीटिंग 4 से 6 दिसंबर के बीच होनी है। इस बार भी इसके 6.5 प्रतिशत पर ही कायम रहने की उम्मीद है। लेकिन यदि आप लोन ले चुके हैं और आप अपने होम लोन का समय से पहले भुगतान करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं कि इसके लिए आपको क्या करना होगा-
1. लोन का टेन्योर कम रखें -
हां, लोन का टेन्योर कम रखना चाहिए। लोन टेन्योर जितना कम होगा, ब्याज़ का भुगतान कम होगा और जल्दी घर (interest rate on home loan) मिल जाएगा। लोन टेन्योर कम रखने के कई फ़ायदे हैं:
कम ब्याज़ लागत: लोन की अवधि कम होने से कुल ब्याज़ कम होता है और काफ़ी बचत होती है।
जल्दी घर मिल जाता है: छोटे कार्यकाल का मतलब है कि आप जल्दी घर के मालिक बन जाते हैं।
बेहतर वित्तीय प्रबंधन: उच्च मासिक भुगतान से वित्तीय प्रबंधन बेहतर होता है और समय पर कर्ज़ चुकाने में मदद मिलती है।
मासिक बचत में वृद्धि: कम ईएमआई से मासिक वित्तीय बोझ कम होता है और ज़्यादा खर्च करने लायक आय बचती है।
बेहतर नकदी प्रवाह: कम ईएमआई से नकदी प्रवाह में सुधार होता है और ज़्यादा लचीलापन मिलता है।
2. ईएमआई बढ़ाने का महत्व -
कम लोन टेन्योर युवा घर खरीदारों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। दरअसल, कई बार ज्यादा ईएमआई उनके बजट में फिट नहीं होती। अगर आपकी वित्तीय स्थिति अनुमति देती है, तो आप अपने लोन की ईएमआई बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। इससे भारी ब्याज लागत का भुगतान करने से बचा जा सकता है। अगर आपकी वित्तीय स्थिति अनुमति नहीं देती, तो आप अपने (how to repay home loan emi early) लोन की अवधि बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं। इससे ब्याज दरों में वृद्धि के कारण आपकी ईएमआई में कोई बदलाव नहीं आएगा। हालांकि, इससे आपकी कुल ब्याज लागत बढ़ सकती है।
3. इंश्योरेंस -
जब आप होम लोन लेने के बारे में सोच रहे हों कर्जदाता की तरफ से दी जाने वाली बीमा योजनाओं के बारे में जानकारी करना बहुत जरूरी है. होम लोन इंश्योरेंस, या होम लोन प्रोटेक्शन प्लान (HLPP), एक तरह की बीमा पॉलिसी है. यह पॉलिसी, उधारकर्ता की अचानक मौत, विकलांगता, या नौकरी छूटने जैसी स्थिति में लोन चुकाने की ज़िम्मेदारी उठाती है। इस बीमा की मदद से, उधारकर्ता के परिवार को लोन चुकाने की ज़िम्मेदारी नहीं उठानी पड़ती। अपने आश्रितों को टेंशन फ्री रखने के लिए होम लोन के साथ लाइफ इंश्योरेंस कराना बुद्धिमानी है।
4. ब्याज दर और बेंचमार्क के बीच संबंध -
होम लोन का चयन करते समय बेंचमार्क और लोन दर के बीच के रिलेशन को समझना जरूरी है। MIBOR और MIBID भारत में ब्याज दर के मानक हैं। मानक वह मानक दर है जिसका इस्तेमाल वित्तीय दायित्वों के निपटान के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। ब्याज दर (how to repay home loan faster) मानक का मतलब है वह दर जिसका इस्तेमाल जमा और ऋण के लिए ब्याज दर का भुगतान करने के लिए मानक या आधार के रूप में किया जाता है। ये जून 2023 से 6.5% पर बनी हुई है। लेंडर रीसेट अवधि निर्धारित करते हैं जो तिमाही, छमाही या सालाना हो सकती है।
5. ज्वाइंट लोन -
जॉइंट लोन, दो या दो से ज़्यादा लोगों द्वारा एक ही एप्लीकेशन के ज़रिए लिया जाने वाला लोन होता है। इसमें, सभी आवेदक लोन के भुगतान के लिए समान रूप से ज़िम्मेदार होते हैं. जॉइंट लोन लेने के (home loan low emi) कई फ़ायदे होते हैं, जैसे कि लोन का बोझबंट जाता है, लोन के लिए पात्रता बढ़ जाती है। सरकार होम लोन के री-पेमेंट पर लगने वाले ब्याज पर 2 लाख रुपये तक की कटौती की अनुमति देती है। % ब्याज दर पर 20 साल के लिए 50 लाख रुपये के होम लोन पर करीब 4.5 लाख रुपये का सालाना ब्याज होगा।