Home Loan Charges : होम लोन पर बैंक चुपके चुपके वसूलते हैं ये हिडन चार्जेज, ग्राहकों को ऐसे लगाते हैं चुना
My job alarm - (Loan hidden Charges) जरूरतमंदों को लोन देने में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का मकसद ये है कि बैंक जिम्मेदारी से लोन दें और सही तरीकों का पालन करें। इससे बैंकों और लोन लेने वालों दोनों की सुरक्षा होती है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने सालाना निरीक्षण में पाया है कि कुछ बैंक या लोन देने वाली संस्थाएं ग्राहकों से ब्याज वसूलते समय गलत तरीकों का (Home Loan) इस्तेमाल कर रहे थे। जिसके चलते ग्राहकों को जालसाजी से बचाने के लिए आरबीआई ने ग्राहकों को सतर्क रहने की बात कही हैं। दरअसल, हिडन चार्जेज वसुलने का कारण ग्राहकों को जानकारी का अभाव होता हैं। इसी के चलते हम आपको इस आर्टिकल में बैंकों द्वारा लिए जाने वाले हिडन चार्जेज की पुरी डिटेल देने जा रहे हैं-
आज के समय में अपना खुद का घर बनाने का सपना अब हर व्यक्ति पुरा कर सकता हैं (Home Loan Processing Fee) क्योंकि अब हर बैंक होम लोन देने के लिए अलग अलग तरह के ऑफर देता हैं। लेकिन होम लोन लेने के साथ लोगों को पुरी जानकारी का अभाव होता हैं जिसके चलते लोग बैंकों द्वारा लगाए गए हिडन चार्जेज में फंस जाते हैं। ये हिडेन चार्जेज (Home Loan hidden charges) ग्राहक की जेब पर काफी भारी पड़ते हैं। ऐसे में ग्राहकों के पास इनकी जानकारी होना जरूरी है। अगर इन चार्जेज को ध्यान से नहीं समझा जाए तो होम लोन घाटे का सौदा साबित हो सकता है। सबसे पहले आपको ये पता होना चाहिए कि हिडन चार्जेज और इनकी दर, अलग-अलग बैंकों के हिसाब से अलग होती हैं। इसलिए होम लोन लेने से पहले ब्याज और प्रोसेसिंग फीस के साथ ही बैंकों की अन्य चार्जेज की तुलना जरूर कर लेनी चाहिए।
लॉगिन फीस -
होम लोन के लिए आवेदन करते समय, बैंक आवेदन शुल्क वसूलते हैं, जिसे लॉगिन चार्ज भी कहा जाता है। यह शुल्क 2,500 रुपये से 6,500 रुपये के बीच हो सकता है। अगर लोन अप्रूव हो जाता है, तो इसे (Home loan Charges) प्रोसेसिंग फ़ीस से घटा दिया जाता है। अगर लोन अप्रूव नहीं होता, तो बैंक इसे वापस कर देता है। बैंकबाजार डॉट.कॉम के अनुसार लॉगिन फीस (Login Fee) जिसे एडमिनिस्ट्रेटिव शुल्क या आवेदन शुल्क भी कहा जाता है।
प्रीपेमेंट चार्ज -
होम लोन प्रीपेमेंट पर शुल्क इस बात पर निर्भर करता है कि लोन की ब्याज़ दरें क्या हैं और उधारकर्ता के पास प्रॉपर्टी का स्वामित्व किस तरह का है। इसे फोरक्लोजर चार्ज और प्रीक्लोजर चार्ज भी कहा जाता है। यह शुल्क तब लागू होता है जब आप अवधि समाप्त होने से पहले अपने होम लोन का पूरा भुगतान कर देते हैं। यह बकाया राशि के 2% से 6% के बीच होता है।
कनवर्जन चार्जेज -
आम भाषा में कहें तो, होम लोन कन्वर्जन फीस बैंक या HFC द्वारा आपके होम लोन की ब्याज दर को कम करने के लिए ली जाती है। यह आम तौर पर बकाया मूलधन का 0.25% या 0.5% प्लस टैक्स होता है। कुछ बैंक या HFC पूर्ण शर्तों में ऊपरी सीमा तय करते हैं। इसे स्विचिंग चार्जेज भी कहा जाता है।
रिकवरी चार्जेज -
यह चार्ज तब वसूला जाता है जब लोन लेने वाला ईएमआई का भुगतान नहीं करता है और उसका खाता (Home Loan recovery charges) डिफ़ॉल्ट हो जाता है और बैंक को उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करनी पड़ती है। इस प्रक्रिया में जितना पैसा खर्च होता है, वो ग्राहक से वसूला जाता है।
लीगल फीस -
होम लोन लेते समय, वित्तीय संस्थान आमतौर पर प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति की जांच के लिए बाहरी वकीलों को नियुक्त करते हैं. इस जांच के लिए वकील जो फ़ीस लेते हैं, उसे वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों से वसूलता है. अगर प्रॉपर्टी को पहले से कानूनी रूप से मंज़ूरी मिल चुकी है, तो यह फ़ीस नहीं लगती।
निरीक्षण शुल्क -
होम लोन के लिए निरीक्षण या मूल्यांकन शुल्क, खरीदी जाने वाली संपत्ति की स्थिति और वैल्यू का आकलन करने के (sbi home loan) लिए लिया जाता है। इस शुल्क के ज़रिए, लोन देने वाले संस्थान (लेंडर्स) को यह पता चलता है कि संपत्ति की कीमत, उधारकर्ता द्वारा मांगी गई लोन राशि के मुताबिक है या नहीं। बैंक इसके लिए अलग से चार्ज करते हैं।