कितनी होती है SDM की सैलरी, जानिये क्या क्या मिलती है खास सुविधाएं
SDM salary : देश में UPSC और SPSC स्तर की परीक्षाएं सबसे कठिन परीक्षाओं में मानी जाती हैं। इन्हें पास करके कोई आईएएस बनता है तो कोई आईपीएस या अन्य रैंक का अधिकारी। इन दोनों तरह की परीक्षा को पास करके एसडीएम के पद पर भी नियुक्ति मिलती है। इस बारे में अधिकतर लोगों के मन में सवाल बना रहता है कि एसडीएम की कुर्सी तक पहुंचने वाले शख्स को कौन सी सुविधाएं सरकारी (SDM ko kon si sarakri suvidha milti hain) तौर पर मिलती हैं और इनकी सैलरी कितनी मिलती है? इस सवाल का जवाब आपको इस खबर में आसानी से मिल जाएगा।
MY job alarm - (SDM salary package) रुतबेदार नौकरी करने का सपना हर किसी का होता है, लेकिन चुनिंदा लोग ही इस मुकाम तक पहुंच पाते हैं। एक अफसर की लाइफ हर किसी को अट्रेक्ट करती है। इनका रुतबा भी अलग ही होता है। एसडीएम भी ऐसा ही पद है, जिसमें शानदार सैलरी (SDM ki salary kitni hoti hai) के साथ-साथ कई सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं। एक एसडीएम को कितनी सैलरी मिलती है और क्या-क्या सुविधाएं सरकार की ओर से दी जाती हैं, आइये जानते हैं इस खबर में।
एसडीएम की जिम्मेदारी और कार्य
जब किसी एसडीएम को जिला स्तर पर नियुक्त किया जाता है तो वह सीधे तौर से संबंधित जिले के डीएम को जवाबदेह होता है। हर कार्य की उनको डीएम को ही रिपोर्ट (SDM Ke kon se kaam hote hain) करनी होती है। डिविजन में कोई सरकारी योजना लागू करनी हो तो एसडीएम ही इसे सिरे चढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। सरकारी या निजी जमीनों का रिकॉर्ड रखने के लिए भी एसडीएम ही जिम्मेदार होता है। वे जमीन से जुड़े मामले देखते हैं और डीएम को अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
एसडीएम की पावर
एक एसडीएम के पास कई पावर होती हैं। एसडीएम की नियुक्ति यूपीएससी (Union public service commission) व एसपीएससी के जरिये भी की जाती है। यूपीएससी की परीक्षा पास करके एसडीएम बने अधिकारी अगली पोस्टिंग जिले में डीएम के तौर पर होती है तथा राज्य लोक सेवा आयोग यानी (SPSC) की परीक्षा पास करके एसडीएम नियुक्त होने वाले अगली पोस्ट एडीएम की पाते हैं। फील्ड पावर की बात करें तो डीएम के बाद एसडीएम ही सबसे अधिक पावरफुल अधिकारी होता है। एसडीएम एक ऐसा प्रशासनिक पद है जो कि एक उपनिबंधक मजिस्ट्रेट (Sub Registrar Magistrate) के रूप में भी कार्रवाई करने की पावर रखता है।
इतने कर्मचारी करते हैं इनके नीचे काम
एसडीएम के नीचे काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या काफी ज्यादा होती है। एक सब डिवीजन में जितने तहसीलदार होते हैं, सब एसडीएम के अधीन कार्यरत होते हैं। वास्तव में एसडीएम तहसीलदार और डीएम के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है। इसके अलावा राजस्व कार्यों की जिम्मेदारी एसडीएम (revenue department) की होती है। विवाह पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण (Driving license renewal), डोमिसाइल जैसे प्रमाणपत्र एसडीएम ही जारी करता है। इसके लिए तहसील स्तर यानी सब डिवीजन स्तर पर जुड़े एरिया को वह संभालता है।
जानिये कितना होता है वेतन
एक एसडीएम को अधिकारी रैंक का वेतन मिलता है। उनका पे बैंड 9300 से लेकर 34800 रुपये के ग्रेड पे तक होता है। इस पे स्केल (SDM ka pay scale kitna hota hai) के अनुसार उनकी सैलरी करीब 56000 रुपये से शुरू होकर 1.75 लाख रुपये से भी ऊपर पहुंच जाती है। वेतन के अलावा कई तरह के भत्ते व सुविधाएं भी एसडीएम को दी जाती हैं।
इन सुविधाओं का मिलता है लाभ
एक एसडीएम को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। ये एक डीएम को दी जाने वाली सुविधाओं से कम नहीं होती। एसडीएम को रहने के लिए आवासीय सुविधा (SDM facilities) के अलावा नौकर और सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। यह भी बता दें कि डीएम (DM ki salary kitni hoti hai) की तुलना में सभी सुविधाएं एक एसडीएम को समान नहीं मिलती। एसडीएम को डीएम की तुलना में छोटा आवास दिया जाता है। डीएम के नौकर भी ज्यादा होते हैं। अगर समान सुविधा की बात करें तो सरकारी गाड़ी, फोन व इंटरनेट की सुविधा लगभग समान ही होती हैं। एसडीएम को टूर के दौरान ठहरने के लिए अच्छी आवास सुविधा, हायर स्टडी के लिए छुट्टी की सुविधा भी प्रदान की जाती है। इन सुविधाओं से एक अफसर होने का उनका रुतबा साफ झलकता है।